कन्हैयालाल मिश्र "प्रभाकर" का जीवन परिचय हिंदी में || Kanaihiya Mishra Life Introduction in Hindi || Class 12th " By Mineboard
पाठ= 3 कन्हैयालाल मिश्र "प्रभाकर" " राबर्ट नर्सिंग होम में"
जन्म = सन 1906 ई०
जन्म स्थान= देवबंद
निधन = 9 मई सन 1995
पिता प० रमाद्त मिश्र
कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी का जन्म सन 1906 ई० में सहारनपुर में स्थित देवबंद ग्राम के ब्राहण परिवार में हुआ था / इनके पिता का नाम प्र० रमादत्त मिश्र की आजीविका पूजा -पाठ और पुरोहिताई थी/ उनका जीवन अत्यंत सरल और स्वाभाविक था/ लेकिन प्रभाकर जी की माता का स्वाभाव बड़ा कर्कश "तीखा" था/ प्रभाकर जी ने खुद एक लेख में अपने पिता और माता के बारे में चितरण किया है/ kaise दोनों में स्वभाव थी/ इनकी पढ़ाई प्रायः नगण्य हुई/ प्रभाकर जी किशोर अवश्था से राष्ट्रीय संग्राम में भाग लेना ही अधिक पसंद किया / जब यह खुर्जा के संस्कृत विधालय में पढ़ रहे थे / तब इन्होने परिसद नेता मौलाना आशिफ अली का भाषण सुना जिससे इनपर इतना असर हुआ की यह पेपर छोड़ कर चले गये/ उसके बाद यह अपने जीवन का सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र सेवा में लगा दिया और ये सन 1930-32 तक और सन 1942 में जेल में रहे और राष्ट्र के उच्च नेताओ के संपर्क में आते रहे / 9 मई सन 1995 ई० को इस महान साहित्यकार का निधन हो गया \
साहित्य सेवा=प्रभाकर जी पत्रकारिता में इन्होने विशिस्ट सफलता प्राप्त की स्वतंत्रता आन्दोलन के दोनों में अनेक सेना नियो का संस्मरण इन्होने लिखा है/ इनकी रचनाओं में विचार की सत्यता अन्याय के प्रति आक्रोश , विन्रमता दिखाई पड़ती है/ इन्होने हिंदी गद्य को नए मुहावरे , और नये लोकित्तियाँ दी है/ इन्होने कविता नहीं लिखी लेकिन कवि की भावुकता इनके गद्य में छलकती है/ परीस्थिति के साथ इन्होने वाक्य - रचना bdli है/ इन्होने उर्दू, अंग्रेजी आदि भाषाओ के साथ देसज शब्दो एवम मुहावरों का भी प्रयोग किया है/
इनकी किरित्तियाँ का उल्लेखनीय निम्मं है/ १=आकाश के टारे, धरती के फूल , माटी हो गयी सेना आदि/
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